Monday, December 13, 2010

हिम

हिम, हिम और हिम
यहाँ से वहाँ तक हिम
श्वेत, शीतल हिम
पहाड़ हिम, घाटी हिम
पेड़ हिम, पत्ते हिम
छत हिम, द्वार हिम
रास्ते रास्ते, गली गली हिम
आगे हिम, पीछे हिम
बाहर हिम, भीतर हिम
ऊपर हिम, नीचे हिम
अलाव जला बैठे,
होने लगी बातें,
रिश्तों की गर्मी से पिघली हिम.